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लेखक:

डॉ. जवाहर कर्नावट

लेखक डॉ. जवाहर कर्नावट हिंदी को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्थापित करने वाले एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं।

बैंक ऑफ बड़ौदा से महाप्रबंधक के रूप में सेवानिवृत्त हुए डॉ. कर्नावट ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर व्याख्यान प्रस्तुति, संयोजन एवं संचालन से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। वाणिज्य के विद्यार्थी के रूप में शिक्षा ग्रहण कर हिंदी की प्रगति के लिए देश-विदेश में सक्रिय रहने वाले डॉ. कर्नावट भारत सरकार के विश्व हिंदी सम्मान सहित अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत हो चुके हैं।

आपकी पुस्तक ‘आधुनिक भारतीय बैकिंग सिद्धांत एवं व्यवहार’ को भी शिक्षा मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।

वर्तमान में आप रवीन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल में प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केंद्र के सलाहकार, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के स्टडी बोर्ड के सदस्य एवं वैश्विक हिंदी परिवार के संयोजक भी हैं।

विदेश में हिंदी पत्रकारिता

डॉ. जवाहर कर्नावट

मूल्य: $ 16.95

विदेशों में भी हिंदी पत्रकारिता का गौरवशाली इतिहास है, जो भारतवंशियों के दुख-सुख की आवाज बनी है।

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